Sunday, October 9, 2011

सूचना के अधिकार क़ानून को लागू हुए 6 वर्ष पूरे


प्रिय साथी,
अभिवादन,
आशा है आप सानंद होंगेसूचना के अधिकार क़ानून के लागू हुए 6 वर्ष पूरा होने पर सूचना का अधिकार एवं उ.प्र.जनहित गारंटी कानून पर युवाओं को साथ लेकर सप्ताहव्यापी कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गयी हैआपका सुझाव एवं सहयोग अपेक्षित है
'सूचना का अधिकार अभियान उ.प्र', 'काशी जन सूचना फाउंडेशन' एवं 'साझा संस्कृति मंच' के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम की प्रस्तावित रूपरेखा निम्न है-

16 अक्टूबर- कार्यकर्त्ता बैठक, शाम 4 बजे कन्हैयालाल समिति सभागार रथयात्रा
सम्पर्क- डॉ.अवधेश 9807606000
धनञ्जय 7376848410
वल्लभ 9415256848

17 अक्टूबर- जागरूकता  शिविर, नुक्कड़ नाटक एवं सभा, सुबह 11 से 3 बजे तक  जिला मुख्यालय  वाराणसी
सम्पर्क- राजेश 9335757317
अजय 9935956075
नन्दलाल 9415300520

18 अक्टूबर- जागरूकता  शिविर, सुबह 11 से 3 बजे तक, वाराणसी तहसील के सामने
सम्पर्क- अजय 9935956075
दिनेश 7860525556
राजकुमार 9452884152

19 अक्टूबर- जागरूकता  शिविर, सुबह 11 से 1 बजे तक, वाराणसी नगर निगम (शहीद उद्यान) तथा बी.एच.यू. गेट शाम 4 से 6 बजे तक
संपर्क- डॉ.अवधेश 9807606000
धनञ्जय 7376848410
सुधांशु 7499598539

20 अक्टूबर- जागरूकता  शिविर, सुबह 11 से 2 बजे तक, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के मुख्यद्वार पर
संपर्क- नीति 9451710298
प्रदीप 9795419891
अंजलि 9696419876

21 अक्टूबर- जागरूकता  शिविर, सुबह 9 से 11 बजे तक, अस्सी घाट तथा सर्व सेवा संघ परिसर, वाराणसी में दोपहर 1 से 3 बजे तक
संपर्क- रविकांत 9498195871
नन्दलाल 9415300520
राजेश मांझी 979076154

22 अक्टूबर- संगोष्ठी 'सूचना का अधिकार-समस्याए और समाधान', दोपहर 1 से 4 बजे तक
संभावित स्थान- गाँधी अध्ययनपीठ, महात्मा गाँधी काशी  विद्यापीठ परिसर, वाराणसी,
मुख्य वक्ता- श्री  रंधीर सिंह पंकज, मुख्य सूचना आयुक्त उ.प्र.
श्री शैलेश  गाँधी, केन्द्रीय सूचना आयुक्त
डॉ.ओ.पी.केजरीवाल, पूर्व केंद्री सूचना आयुक्त
डॉ.एम.एम.अंसारी, पूर्व केंद्रीय सूचना आयुक्त
श्री पंकज श्रेयस्कर, संयुक्त रजिस्ट्रार, केन्द्रीय सूचना आयोग

संपर्क- वल्लभ 9415256848
नन्दलाल 9415300520
अजय 9935956075
धनञ्जय 7376848410


सादर
'सृजन'  सामाजिक संस्था
मुगलसराय, वाराणसी (उ.प्र.

Sunday, October 2, 2011

दो अक्टूबर नहीं है लाल बहादुर शास्त्री की जन्मतिथि



आज 2 अक्टूबर है... भारत के इतिहास में आज के दिन का काफी महत्व है... क्योंकि आज ही के दिन 'राष्ट्रपिता' महात्मा गाँधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में हुआ था... लेकिन आज के दिन एक और महान शख़्सियत का जन्म भारत की भूमि पर हुआ था... जिसका नाम है लाल बहादुर शास्त्री... पूरी दुनिया 2 अक्टूबर 1904 को लाल बहादुर शास्त्री जी की जन्म तिथि के रुप में जानती है... और इस तिथि के अनुसार उनका आज 108वाँ जन्म दिवस है... लेकिन अगर हम कहें कि ये लाल बहादुर शास्त्री की असली जन्मतिथि नहीं है तो... पहले तो आप इसपर विश्वास नहीं करेंग... और फिर हमें पागल समझेंगे...

ये हमारे देश के लिए दर्भाग्य की बात है कि जिस कद्दावर प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व में भारत का लोहा मनवाया... आज उसी को इस देश ने भुला दिया... दरअसल शास्त्री जी का जन्म 8 फरवरी 1903 को मुगलसराय नामक एक छोटे से शहर में हुआ था... जो बनारस से कुछ दूरी पर था... और वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के चन्दौली जिले का मिनी महानगर है... दरअसल सबसे पहले इस जन्मतिथि की सत्यता का खुलासा प्रख्यात लेखक डॉ.रमाकान्त मिश्र ने अपनी पुस्तक 'तुम्हीं सो गये दास्ता कहते-कहते' में उजागर किया था... डॉ.मिश्र ने अपनी किताब में मूल (ओरिजिनल) टी.सी. की छाया प्रति को छापा... लेकिन कुछ मिस प्रिंट की वज़ह से उसमें भी गलत छप गया... इस गलती को ठीक किया शहर में लाल बहादुर शास्त्री समिति के अध्यक्ष, शिक्षाविद् और पत्रकार डॉ.अनिल यादव ने... जो मुगलसराय में ही लाल बहादुर शास्त्री पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज के पूर्व प्राचार्य और अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष हैं... डॉ.मिश्र की कोशिश बेकार गयी और पुस्तक ज्यादा ना बिक सकी... चूँकि डॉ.मिश्र और डॉ.यादव में गहरी मित्रता है... इसलिए उन दोनों लोगों ने संयुक्त प्रयास किया... तब जाकर रेलवे इंटरमीडिएट कॉलेज से उनकी मूल टी.सी. का निरीक्षण कर यह बात सरकार तक पहुँचायी... लेकिन इस मुद्दे पर सरकार ने भी कभी कोई ध्यान नहीं दिया... और आजतक लोग समझते हैं कि लाल बहादुर शास्त्री की जन्मतिथि 2 अक्टूबर है...

शास्त्री जी के बचपन का नाम 'नन्हकू' था... नन्हकू का जन्म नाना मुंशी हजारीलाल के घर हुआ था... जो मुगलसराय स्थित बेसिक रेलवे स्कूल के हेडमास्टर थे... तब यह स्कूल शहर के कूढ़कलां गाँव में आता था... लेकिन अब रेलवे की सेंट्रल कॉलोनी के नाम से विख्यात है... आज भी उनकी मूल (ओरिजिनल) टी.सी.(TC) पूर्व मध्य रेलवे इंटरमीडिएट कॉलेज में रखी हुई है... उनके जन्म स्थान की तो मत पूछिए... जिसने अपनी पूरी उम्र देश सेवा में गुजार दी... उस व्यक्तिव की सेवा इस देश की सरकार नहीं कर पायी... फिर चाहे वो केंद्र की हो, राज्य की या स्थानीय सरकार हो... आज उनके जन्म स्थान पर चारों ओर गंदगी ने पाँव पसार रखे हैं... जगह-जगह गाय-बकरियाँ घास चरते नज़र आती हैं... कोई भी नहीं है जो उनके जन्म स्थान की हिफाजत कर सके... बल्कि शहर के ही कुछ लोग आगे आये... और बाउंड्री वॉल का निर्माण कराया...

बहरहाल आज ज़रूरत है कि लाल बहादुर शास्त्री की असली जन्म तिथि को सामने लाया जाये जिससे कद में भी छोटे और गाँधी जी के व्यक्तिव के आगे खो चुके लाल बहादुर शास्त्री को फिर से वो स्थान दिलाया जा सके... वो पहचान दिलायी जा सके...

सिद्धार्थ यादव
पत्रकार
8081855217
siddharth.kashi@gmail.com

क्या ग्रामीण पत्रकारिता का अस्तित्व रह पायेगा...

क्या ग्रामीण पत्रकारिता का अस्तित्व रह पायेगा ... 1990 के बाद जब भारत में पत्रकारिता विशेषकर टीवी पत्रकारिता की शुरुआत हुयी तो पूरे पत्र...