Sunday, October 2, 2011

दो अक्टूबर नहीं है लाल बहादुर शास्त्री की जन्मतिथि



आज 2 अक्टूबर है... भारत के इतिहास में आज के दिन का काफी महत्व है... क्योंकि आज ही के दिन 'राष्ट्रपिता' महात्मा गाँधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में हुआ था... लेकिन आज के दिन एक और महान शख़्सियत का जन्म भारत की भूमि पर हुआ था... जिसका नाम है लाल बहादुर शास्त्री... पूरी दुनिया 2 अक्टूबर 1904 को लाल बहादुर शास्त्री जी की जन्म तिथि के रुप में जानती है... और इस तिथि के अनुसार उनका आज 108वाँ जन्म दिवस है... लेकिन अगर हम कहें कि ये लाल बहादुर शास्त्री की असली जन्मतिथि नहीं है तो... पहले तो आप इसपर विश्वास नहीं करेंग... और फिर हमें पागल समझेंगे...

ये हमारे देश के लिए दर्भाग्य की बात है कि जिस कद्दावर प्रधानमंत्री ने पूरे विश्व में भारत का लोहा मनवाया... आज उसी को इस देश ने भुला दिया... दरअसल शास्त्री जी का जन्म 8 फरवरी 1903 को मुगलसराय नामक एक छोटे से शहर में हुआ था... जो बनारस से कुछ दूरी पर था... और वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश के चन्दौली जिले का मिनी महानगर है... दरअसल सबसे पहले इस जन्मतिथि की सत्यता का खुलासा प्रख्यात लेखक डॉ.रमाकान्त मिश्र ने अपनी पुस्तक 'तुम्हीं सो गये दास्ता कहते-कहते' में उजागर किया था... डॉ.मिश्र ने अपनी किताब में मूल (ओरिजिनल) टी.सी. की छाया प्रति को छापा... लेकिन कुछ मिस प्रिंट की वज़ह से उसमें भी गलत छप गया... इस गलती को ठीक किया शहर में लाल बहादुर शास्त्री समिति के अध्यक्ष, शिक्षाविद् और पत्रकार डॉ.अनिल यादव ने... जो मुगलसराय में ही लाल बहादुर शास्त्री पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज के पूर्व प्राचार्य और अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष हैं... डॉ.मिश्र की कोशिश बेकार गयी और पुस्तक ज्यादा ना बिक सकी... चूँकि डॉ.मिश्र और डॉ.यादव में गहरी मित्रता है... इसलिए उन दोनों लोगों ने संयुक्त प्रयास किया... तब जाकर रेलवे इंटरमीडिएट कॉलेज से उनकी मूल टी.सी. का निरीक्षण कर यह बात सरकार तक पहुँचायी... लेकिन इस मुद्दे पर सरकार ने भी कभी कोई ध्यान नहीं दिया... और आजतक लोग समझते हैं कि लाल बहादुर शास्त्री की जन्मतिथि 2 अक्टूबर है...

शास्त्री जी के बचपन का नाम 'नन्हकू' था... नन्हकू का जन्म नाना मुंशी हजारीलाल के घर हुआ था... जो मुगलसराय स्थित बेसिक रेलवे स्कूल के हेडमास्टर थे... तब यह स्कूल शहर के कूढ़कलां गाँव में आता था... लेकिन अब रेलवे की सेंट्रल कॉलोनी के नाम से विख्यात है... आज भी उनकी मूल (ओरिजिनल) टी.सी.(TC) पूर्व मध्य रेलवे इंटरमीडिएट कॉलेज में रखी हुई है... उनके जन्म स्थान की तो मत पूछिए... जिसने अपनी पूरी उम्र देश सेवा में गुजार दी... उस व्यक्तिव की सेवा इस देश की सरकार नहीं कर पायी... फिर चाहे वो केंद्र की हो, राज्य की या स्थानीय सरकार हो... आज उनके जन्म स्थान पर चारों ओर गंदगी ने पाँव पसार रखे हैं... जगह-जगह गाय-बकरियाँ घास चरते नज़र आती हैं... कोई भी नहीं है जो उनके जन्म स्थान की हिफाजत कर सके... बल्कि शहर के ही कुछ लोग आगे आये... और बाउंड्री वॉल का निर्माण कराया...

बहरहाल आज ज़रूरत है कि लाल बहादुर शास्त्री की असली जन्म तिथि को सामने लाया जाये जिससे कद में भी छोटे और गाँधी जी के व्यक्तिव के आगे खो चुके लाल बहादुर शास्त्री को फिर से वो स्थान दिलाया जा सके... वो पहचान दिलायी जा सके...

सिद्धार्थ यादव
पत्रकार
8081855217
siddharth.kashi@gmail.com

2 comments:

  1. मैंने आपका ये लेख अपने फसेबूक पर पोस्ट किया है .आभार आपका

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